बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता - The Indic Lyrics Database

बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता

गीतकार - निदा फाजली | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - ललित सेन | फ़िल्म - धूंप | वर्ष - 2003

View in Roman

बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता
जो बीत गया है वो गुज़र क्यों नहीं जाता
सबकुछ है क्या ढूंढती रहती हैं निगाहें
क्या बात है मैं वक़्त पे घर क्यों नहीं जाता
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में
जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नहीं जाता
मैं अपनी ही उलझी हुई राहों का तमाशा
जाते हैं जिधर सब मैं उधर क्यों नहीं जाता
वो नाम जो बरसों से, ना चेहरा ना बदन है
वो ख्वाब अगर है तो बिखर क्यों नहीं जाता