है महक रही फुलवारी हमरी - The Indic Lyrics Database

है महक रही फुलवारी हमरी

गीतकार - NA | गायक - पंकज मलिक | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - डॉक्टर | वर्ष - 1941

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मैं किस्मत का मारा भगवन, मैं किस्मत का मारा

मैं किस्मत का मारा भगवन, मैं किस्मत का मारा

जग में भटकभटक के हारा भगवन

मैं किस्मत का मारा भगवन, मैं किस्मत का मारा

किस्मत के जब फूल तू बांटे

झोली में मेरी भर दिये कांटे

इन कांटो को चुनते चुनते

गुज़रा जीवन सारा, भगवन

मैं किस्मत का मारा

जग में भटकभटक के हारा, भगवन

मैं किस्मत का मारा

बीती उमरिया जलते जलते

जलते अंगारों पे चल के

मौत की मंज़िल मिल जाये तो

हो जाये छुटकारा , भगवन

मैं किस्मत का मारा