मुझे देखकर आप का मुस्कुराना - The Indic Lyrics Database

मुझे देखकर आप का मुस्कुराना

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - एक मुसाफिर एक हसीना | वर्ष - 1962

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मुझे देखकर आप का मुस्कुराना
मोहब्बत नहीं है तो फिर और क्या है ?
मुझे तुम बेगाना कह लो, या के दीवाना
मगर ये दीवाना जाने, दिल का फसाना
बनावट में दिल की हक़ीकत छुपाना
मोहब्बत नहीं है तो फिर और क्या है ?
ख़यालों में खोई-खोई रहती हो ऐसे
मुसव्वीर की चलती फिरती तस्वीर जैसे
अदा आशिकी की नज़र शायराना
मोहब्बत नहीं है तो फिर और क्या है ?