शोख़ नज़र की बिजलियाँ, दिल पे मेरे गिराए जा - The Indic Lyrics Database

शोख़ नज़र की बिजलियाँ, दिल पे मेरे गिराए जा

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - आशा भोसले | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - वो कौन थी | वर्ष - 1964

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शोख़ नज़र की बिजलियाँ, दिल पे मेरे गिराए जा
मेरा ना कुछ ख़याल कर, तू यूँ ही मुस्कराए जा
जाग उठी है आरजू, जैसे चिराग जल पड़े
अब तो वफ़ा की राह में, हम तेरे साथ चले पड़े
चाहे हँसाये जा हमें, चाहे हमें रुलाये जा
चैन कहीं किसी घडी, आए ना तेरे बिन मुझे
काश मैं इस जहां से, छीन लूँ एक दिन तुझे
में तेरे साथ साथ हूँ, चाहे नज़र बचाए जा
मंज़िल-ए-इश्क दूर है, दूर बहोत ही दूर है
आ मेरा हाथ थाम ले, रूह थकन से चूर है
अपने जहां को छोड़ कर, मेरे जहां पे छाए जा