सखी री सूर्य बोले पपीहा उस परी - The Indic Lyrics Database

सखी री सूर्य बोले पपीहा उस परी

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, आशा भोंसले | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - मिस मैरी | वर्ष - 1957

View in Roman

लता: सखी री सुन बोले पपीहा उस पार -२
बोलत ऐसी मीठी बोली छेड़े मन के तार
(दोनो): सखी री सुन बोले पपीहा उस पार -२लता: ग म प प म प ग म प नी सा नी प म ग म
प नी सा री सा नी प नी प म ग म ग री सा
आशा:प नी सा री सा नी प नी प म ग म ग री सालता: पी पी की जब तान सुनाए, बिरहन मन घबराए
आशा: पी पी की जब तान सुनाए, बिरहन मन घबराए
लता: भूली बतियाँ याद दिलाए
आशा: भूली बतियाँ याद दिलाए
(दोनो): पापी बारम्बार
सखी री सुन बोले पपीहा उस पार -२लता: ग म ग सा नी सा द नी सा ग म प ग
आशा: ग म ग सा नी सा द नी सा ग म प ग
लता: प सा नी प री सा नी प
आशा: प नी सा री सा नी प नी प म ग म ग री साआशा: बैरी ऐसी धुन में बोले सुन सुन मनवा डोले
लता: बैरी ऐसी धुन में बोले सुन सुन मनवा डोले
आशा: कानोँ में अमृत रस घोले
लता: कानोँ में अमृत रस घोले
(दोनो): रह रह मधुर पुकार(दोनो): सखी री सुन बोले पपीहा उस पार -२