शिरडीवाले साईं बाबा - The Indic Lyrics Database

शिरडीवाले साईं बाबा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - अमर अकबर एंथोनी | वर्ष - 1977

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ज़माने में कहाँ टूटी हुई तस्वीर बनती है
तेरी दरबार में बिगड़ी हुई तक़दीर बनती है
तारीफ़ तेरी निकली है दिल से
आई है लब पे बनके क़व्वाली
शिरडी वाले साईं बाबा, आया है तेरे दर पे सवाली
लब पे दुआएँ, आँखों में आँसू, दिल में उम्मीदें, पर झोली खाली
ओ मेरी साईं देवा, तेरे सब नाम लेवा
जुदा इन्सान सारे, सभी तुझको हैं प्यारे
सुने फ़रियाद सबकी, तुझे है याद सबकी
बड़ा या कोई छोटा, नहीं मायूस लौटा
अमीरों का सहारा, गरीबों का गुज़ारा
तेरी रहमत का किस्सा बयां, अकबर करे क्या
दो दिन की दुनिया, दुनिया है गुलशन
सब फूल काँटे, तू सबका माली
ख़ुदा की शान तुझमें, दिखे भगवान तुझमें
तुझे सब मानते हैं, तेरा घर जानते हैं
चले आते हैं दौड़े, जो ख़ुश-किस्मत हैं थोड़ें
ये हर राही की मंज़िल, ये हर कश्ती का साहिल
जिसे सबने निकाला, उसे तूने संभाला
तू बिछड़ों को मिलाए, बुझे दीपक जलाए
ये ग़म की रातें, रातें ये काली
इनको बना दे, ईद और दीवाली