बेकसी हद से जब गुजर जाए - The Indic Lyrics Database

बेकसी हद से जब गुजर जाए

गीतकार - जां निसार अख्तर | गायक - आशा भोसले | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - कल्पना | वर्ष - 1960

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बेकसी हद से जब गुजर जाए
कोई ऐ दिल जिए के मर जाए
ज़िन्दगी से कहो दुल्हन बन के
आज तो दो घड़ी संवर जाए
उनको जी भर के देख लेने दे
दिल की धड़कन जरा ठहर जाये
हम हैं खुद अपनी जान के दुश्मन
क्यों ये इल्ज़ाम उनके सर जाए
मेरे नग्मों से उनका दिल न दुखे
ग़म नहीं मुझ पे जो गुजर जाए