दिलारुबा दिल पे तु ये सीतम की जा की जा - The Indic Lyrics Database

दिलारुबा दिल पे तु ये सीतम की जा की जा

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - राजकुमार | वर्ष - 1964

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आ : दिलरुबा दिल पे तू ये सितम किए जा किए जा
र : ओ हम भी तो आग में जलते रहे
प्यार के शोलों पे चलते रहे होहो दिलरुबा दिल पे तू ये सितम किए जा किए जा
आ : ओ हम भी तो आग में जलते रहे
प्यार के शोलों पे चलते रहेर : क्या बताऊँ क्या दिल का हाल है
जिस घड़ी से मिले हम
जैसे सैकड़ों बिजलियाँ गिरीं और जल उठे हम
आ : हाय क्यों मुझे ख़ाक़ करने पर तुले हो ज़ालिम
आख़िर क्या बिगाड़ा है मैने तुम्हारा
र : दिलरुबा दिल पे ...
आ : हम भी तो ...आ : अंग-अंग में मीठा दर्द है छटपटाए मेरा दिल
इक दफ़ा में ही क़त्ल कर दे तू मुझको मेरे क़ातिल
र : हाय दिल की गहराइयों को चीरता हुआ
ये दर्द ये क़सक ये चुभन
आ : आज दिल के तुम इतने पास हो जैसे मेरी धड़कन
र : एक आज से अपने जिस्म-ओ-जाँ एक अपने तन-मन
आ : आज एक साथ महके हैं दो गुलाब
र : एक डोर में गूँथे हैं दो मोती
दो : एक साथ धड़के हैं दो दिल
दिलरुबा दिल पे ...