मेरी दुनिया मन तुम आयिन - The Indic Lyrics Database

मेरी दुनिया मन तुम आयिन

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, राजकुमार, प्रिया राजवंशी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - हीर रांझा | वर्ष - 1970

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र : मेरी दुनिया में तुम आयीं क्या क्या अपने साथ लिये
तन की चाँदी मन का सोना सपनों वाली रात लियेतन्हा तन्हा खोया खोया दिल में दिल की बात लिये
कब से यूँ ही फिरता हूँ मैं अरमाँ की बारात लियेSpoken phrases
रा : अन्धेरे का इशारा समझो
अब दिया दिल का जलाना होगा
प्रि : तुम बड़े वो हो, मुझे जाने दो
रा : जा सकोगी?
प्रि : मुझे जाना होगा
रा : तो जाओ
प्रि : छोड़ो भी
रा : नहीं
प्रि : छोड़ो न
रा : आज की रात तो दिल तोड़ो नSinging resumes
ल : ढलका आँचल फैला काजाल आँखों में ये रात लिये
कैसे जाऊँ सखियों में अब तेरी ये सौगात लिये
ढलका आँचल फैला काजलदिल की ये धड़कन सुन ले न कोई
हाय हाय हाय देखे न कोई
र : न जाओ न जाओ न जाओ
ल : हटो हटो डर लगता है
र : सुनो सुनो
ल : डर लगता है
र : दिल में कितनी कलियाँ महकी कैसे कैसे फूल खिले
नाज़ुक नाज़ुक मीठे मीठे होंठों की खैरात लियेल : चाँद से कैसे आँख मिलाऊँ
र : बाहों में आओ तुम को बताऊँ
ल : बस भी करो
र : अब न डरो रात है ये अपनी
ल : पायल छनके, कँगना खनके बदली जाये चाँद मेरी
मंज़िल मंज़िल चलना होगा हाथों में अब हाथ लियेर : मेरी दुनिया में तुम आयीं क्या क्या अपने साथ लिये
तन की चाँदी मन का सोना सपनों वाली रात लिये
मेरी दुनिया में तुम आयीं