मदभरी रुत जवान है - The Indic Lyrics Database

मदभरी रुत जवान है

गीतकार - मुंशी आरज़ू | गायक - पंकज मलिक | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - नर्तकी | वर्ष - 1940

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मैं दिल में, मैं दिल में

मैं दिल में, मैं दिल में

दर्द बसा लाई

नैनों से नैन मिला आई

उनको अपने मन की बातें

बिना कहे समझा आई

मैं दिल में

पयार से कोई देख रहा था

मैं सहमी घबराई

ढलकी मोरी धानी चुनरिया

ली मैं ने अँगड़ाई

बिन देखे शरमाई

मैं मन का, मैं मन का चैन लुटा आई

नैनों से नैन मिला आई

मैन दिल में

दिल से उठी लहर ख़ुशी की

अँग अँग लहराई

कली मेरे जोबन की चटकी

फूल बनी मुसकाई

मैं जीवन, मैं जीवन गीत सुना आई

नैनों से नैन मिला आई

मैन दिल में