वो पास आ रह हैं हम दुउर जा रहे हैं - The Indic Lyrics Database

वो पास आ रह हैं हम दुउर जा रहे हैं

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - समाधि: | वर्ष - 1950

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वो पास आ रहे हैं, हम दूर जा रहे हैं
अपनी ख़ुशी से अपनी दुनिया लुटा रहे हैंआँखें भी रो रही हैं, दिल भी तडप रहा है
और वो समझ रहे हैं हम मुस्कुरा रहे हैं
अपनी ख़ुशी से अपनी दुनिया लुटा रहे हैंओ दूर जाने वाले, तुझ को ख़बर नहीं है
हम रूठ कर ख़ुशी से ग़म को मना रहे हैं
अपनी ख़ुशी से अपनी दुनिया लुटा रहे हैंबेदर्द है ज़माना, मजबूर है मुहब्बत
मंज़िल के पास आ कर मंज़िल से जा रहे हैं
अपनी ख़ुशी से अपनी दुनिया लुटा रहे हैंवो पास आ रहे हैं हम दूर जा रहे हैं
अपनी ख़ुशी से अपनी दुनिया लुटा रहे हैं