ग़म न कर खुशी का दौर आयेगा - The Indic Lyrics Database

ग़म न कर खुशी का दौर आयेगा

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - तलत | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - शाहज़ादा | वर्ष - 1955

View in Roman

ग़म न कर खुशी का दौर आयेगा
ग़म न कर ज़माना और आयेगा

खत्म हो गयी सितम की दास्ताँ
झुक रहा है अब ज़मीं पे आसमाँ
अब न ये हँसी तेरी रुलायेगा
ग़म न कर ...

आ गये हैं देखो दिन बहार के
दिन गुज़र गये हैं इंतज़ार के
दुःख का ये समा बदल ही जायेगा
ग़म न कर ...

चार दिन गुZआर दे हँसी खुशी
आ गया वो वक़्त जब की आदमी
ठोकरें नसीब के न खायेगा
ग़म न कर ...

देखना ये रात कट ही जायेगी
इसके बाद सुबह मुस्कुरायेगी
इक नया जहाण जगमगायेगा
ग़म न कर ...$