रेशम जैसी हैं राहें - The Indic Lyrics Database

रेशम जैसी हैं राहें

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अभिजीत | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - एक था दिल एक थी धड़कन | वर्ष - 1998

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रेशम जैसी हैं राहें खोले हैं बाहें ये वादियां
मौसम सारे हैं अपने रंगीन सपने हैं मेहरबान
यूं ही गाएंगे मिल के हम गीत दिल के सदियों यहां
रेशम जैसी हैं राहें ...हो महकी हैं कलियां फूल खिलते हैं
देखो जहां हम दोनों मिलते हैं
कल हम न होंगे ये बहारें फिर भी आएंगी
शायद ये मेरी कहानी दोहराएंगी
कोई भी तो हमारा ढूंढ लेंगी ये निशान
रेशम जैसी हैं राहें ...हो आवाज़ जैसे गूंजी है मेरे लिए दुनिया में तू ही है
मर के भी जाना तेरे दर पे लौट आऊंगा
ये दिल तेरा दिल हथेली पे मैं लाऊंगा
वादा है ये मेरा पूरा होगा मेरी जान
रेशम जैसी हैं राहें ...