आज की रात साज़-ए-दिल-ए-पुरदर्द न छेड़ - The Indic Lyrics Database

आज की रात साज़-ए-दिल-ए-पुरदर्द न छेड़

गीतकार - अज़ीर सरहदी | गायक - नूरजहां | संगीत - फ़िरोज़ निज़ामी | फ़िल्म - जुगनू | वर्ष - 1947

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आज मची है धूम

आज मची है धूम

झूम ख़ुशी में झूम

शौक़ भरा दिल नाचे गाये

तू क्यूं हो महरूम

झूम ख़ुशी में झूम

दिल ने किया है दिल को इशारा

चलेंगे दोनों संग

कोई न समझे कोई न जाने

इस दुनिया का रंग

दिल का फ़साना या मैं जानूँ

या उनको मालूम

झूम ख़ुशी में झूम

आँखों ने इक राज़ बताया

दिल ने कही इक बात

जगमग जगमग रहें जहाँ में

काश यही दिन रात

सोई हुई उम्मीदें जागीं

दिल का दामन चूम

झूम ख़ुशी में झूम