ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार होता है क्या - The Indic Lyrics Database

ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार होता है क्या

गीतकार - संतोष आनंद | गायक - अनुराधा पौडवाल - सुरेश वाडकर | संगीत - आनंद - मिलींद | फ़िल्म - संगीत समारोह | वर्ष - 1992

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ओ रब्बा कोई तो बताए प्यार होता है क्या
जैसा मुझे हो गया सबको होता हो क्या
ये कौन आया लगे मन भाया
ज़िन्दगी के पास मुझे कौन ले आया
ओ रब्बा कोई तो बताए चैन होता है क्या
जैसा मेरा खो गया सबका खोता हो क्या
ख़यालों के बाग़ों में मैं जब खड़ी थी
तभी एक गुल ने आवाज़ दी थी
कली सी महकने लगी तू क्यों गोरी
छलकने लगी क्यों ये गागर तोरी
फूल पूँछता रहा मैं सोचती रही
रात ढ़लती रही मैं सोचती रही
ओ रब्बा कोई तो बताए रूप होता है क्या
जैसा मेरा खिल गया सबका खिलता है क्या
हम तो ऊंचे गगन में उड़ने लगे
एक दूजे से जैसे जुड़ने लगे
ओ रब्बा कोई तो बताए मीत होता है क्या
जैसा मुझे मिल गया सबको मिलता है क्या