समझ सकें ना इश्क का रुतबा इश्क हि जाने - The Indic Lyrics Database

समझ सकें ना इश्क का रुतबा इश्क हि जाने

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - सहगान, नुसरत फतेह अली खान | संगीत - नुसरत फतेह अली खान | फ़िल्म - कार्तूस | वर्ष - 1999

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समझ सकें ना लोग सयाने
इश्क़ का रुतबा रुतबा इश्क़ ही जानेइस दुनिया का खेल रचाया इश्क़ की खातिर आप खुदा ने
इश्क़ का रुतबा ...दुनिया भुला दी इश्क़ ने अपनी मना दी इश्क़ ने
दिलवाले जल गए शौक़ से जब आग लगा दी इश्क़ ने
जोगी बना दे इश्क़ इश्क़ रोगी बना दे इश्क़ इश्क़
सूली चढ़ाए इश्क़ इश्क़ जीना सिखा दे इश्क़ इश्क़
जिसको दिया दिल जां भी उसी को दो
जलके कहें परवाने
इश्क़ का रुतबा ...किस्सा पुराना इश्क़ का दुश्मन ज़माना इश्क़ का
जिसको लगा मजनूं बना उलटा निशाना इश्क़ का
नींदे चुरा ले इश्क़ इश्क़ रातें जगा दे इश्क़ इश्क़
जी को जलाए इश्क़ इश्क़ पागल बना दे इश्क़ इश्क़
जितने भी लाया दुख शिकवा कभी ना करें
चुप ही रहें दीवाने
इश्क़ का रुतबा ...