इक मुसाफिर को दुनिया में क्या चाहिए - The Indic Lyrics Database

इक मुसाफिर को दुनिया में क्या चाहिए

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - दूर की आवाज | वर्ष - 1964

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इक मुसाफ़िर को दुनिया में क्या चाहिए
सिर्फ़ थोड़ी सी दिल में जगह चाहिए
बैठ जाऊँओ मोटे लाला तूने किया है कैसा छल
Ticketतेरा singleमगर तू double-२
खिसक ज़रा प्यारे सरक ज़रा प्यारे -२
ऐसी bodyमें दिल भी बड़ा चाहिए
इक मुसाफ़िर को ...ओ लम्बी दाढ़ी वाले तू गुस्सा मत कर
हमें भी जगह दे-दे ज़रा ख़ुदा से डर
खिसक ज़रा प्यारे सरक ज़रा प्यारे -२
तेरा photoन तेरा पता चाहिए
इक मुसाफ़िर को ...हम पर भी कर दो ज़रा इनायत की नज़र
ख़ुशी से कट जाए हमारा भी सफ़र
खिसक ज़रा प्यारे सरक ज़रा प्यारे -२
यूँ किसी का न दिल तोड़ना चाहिए
इक मुसाफ़िर को ...