प्यार हुआ है जब से मुझको नहीं चैन आता - The Indic Lyrics Database

प्यार हुआ है जब से मुझको नहीं चैन आता

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता - किशोर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - अभिलाषा | वर्ष - 1968

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प्यार हुआ है जब से मुझको नहीं चैन आता
छुप के नज़र से भी तू दिल से नहीं जाता
लिपटी है तू मेरी ही बाहों से
फिर है सजना ओझल क्यों मेरी निग़ाहों से
मैं हूँ तेरे दिल में हाए फिर भी मेरी जान
तू ने ही मुझको नहीं देखा मैं करूँ क्या
रखना दिल को लेकर इन हाथों में
दिल है पागल आना ना तू इसकी बातों में
लेकिन इस दिल पे अरे काबू किसको
ये तो है तेरा दीवाना मैं करूँ क्या
लूटा तेरे गेसूं बिखराने में
मिलता है क्या ऐ ज़ालिम मुझे सताने में
तुझको उलझाके मुझको मेरी जां
अच्छी लगती है तेरी सूरत मैं करूं क्या