दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं - The Indic Lyrics Database

दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं

गीतकार - | गायक - मेहदी हसन | संगीत - | फ़िल्म - मेहदी हसन का गोल्डन ग्रेटेस्ट (गैर-फिल्मी) | वर्ष - 1994

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बुलबुल ने गुल से, गुल ने बहारों से कह दिया
इक चौदहवी के चाँद ने तारों से कह दियादुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
इक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहींभूले से मुस्कराओ तो मोती बरस पड़ें
पलकें उठा के देखो तो कलियाँ भी हँस पड़ें
ख़ुश्बू तुम्हारी ज़ुल्फ़ की फुलों से कम नहींतुम बादशाह-ए-हुस्न हो हुस्न-ए-जहान हो
जान-ए-वफ़ा हो और मुहब्बत की शान हो
जलवे तुम्हारे हुस्न के तारों से कम नहीं