दिल से दिल टकरायया मच गई हलचल - The Indic Lyrics Database

दिल से दिल टकरायया मच गई हलचल

गीतकार - नवाब आरज़ू | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, कुमार शानू | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - गैर-फिल्मी | वर्ष - 1999

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ऐ हे आ ऐ हे आ
दिल से दिल टकराया मच गई हलचल
आँखों में तेरा चेहरा यादों पे तेरा पहरा
मैं हो गया हूँ पागलदिल से दिल टकराया मच गई हलचल
मुझे बेखुदी सताए तेरे बिन रहा न जाए
मैं हो गई हूँ पागल
ओ दिल से दिल ...छोटी छोटी बातों में इक दो मुलाकातों में
हम इस तरह खो गए ओ
सोचा है ना समझा है देखा है ना भाला है
इक दूजे के हो गए
मुझको गले लगा ले दिल है के डूबा जाए
मैं हो गया हूँ पागल
ओ दिल से दिल ...तेरे संग जीना मरना प्यार किया तो क्या डरना
मैं हूँ तुम्हारी दीवानी हे
इन महकी बहारों में लिखेंगे नज़ारों में
हम अपनी प्रेम कहानी
मेरी नींद हो गई गुम मेरा चैन खो गया सुन
मैं हो गई हूँ पागल
दिल से दिल ...