ताक़त वतन की हमसे है - The Indic Lyrics Database

ताक़त वतन की हमसे है

गीतकार - नीरज | गायक - मोहॅमेड रफ़ी आंड मानना दे | संगीत - एस. डी. बर्मन | फ़िल्म - प्रेम पुजारी | वर्ष - 1970

Song link

View in Roman

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले

[पहरेदार हिमालय के हम
झोंके हैं तूफ़ान के
सुनकर गरज हमारी सीने
फट जाते चट्टान के ] x 2
हा हा हा..

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले
हा हा हा..

[सीना है फौलाद का अपना
फूलों जैसा दिल है
तन में विन्ध्याजल का बल है
मन में ताजमहल है ] x 2
हा हा हा..

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले
हा हा हा.. ता रा रा

[देकर अपना खून सींचते
देश की हम फुलवारी
बंसी से बन्दूक बनाते हम वो प्रेम पुजारी ] x 2
हा हा हा..

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले

[आकर हमको कसम दे गई
राखी किसी बहन की
देंगे अपना शीश
न देंगे मिट्टी मगर वतन की ] x 2

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले

[खतरे में हो देश अरे तब लड़ना सिर्फ धरम है
मरना है क्या चीज़ आदमी लेता नया जनम है ] x 2

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले

[एक जान है, एक प्राण है सारा देश हमारा
नदियाँ चल कर थकी रुकी
पर कभी न गंगा धरा ] x 2

ताकत वतन की हमसे है
हिम्मत वतन की हमसे है
इज्ज़त वतन की हमसे है
इंसान के हम रखवाले..