दुनिया की तराह तुम भी बादल तो ना जाओगे - The Indic Lyrics Database

दुनिया की तराह तुम भी बादल तो ना जाओगे

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, अलका याज्ञनिक, मनहर उधास | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - जानवर | वर्ष - 1999

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दुनिया की तरह रस्मों की तरह वादों की तरह कसमों की तरह
मौसम की तरह तुम भी बदल तो न जाओगेदुनिया बदलती है मौसम बदलते हैं
लेकिन मेरे दिल को बदल नहीं पाओगे
मौसम की तरह ...आसमानों के आगे तुमने वादा किया है
दिल के बदले में मैने प्यार तुमको दिया है
धरती की अम्बर की कसम
मुझको है तेरे सर की कसम
नज़रें बदलती हैं सपने बदलते हैं
लेकिन मेरी धड़कन को तुम धड़काओगे
मौसम की तरह ...मेरी पहली तमन्ना आखरी प्यार हो तुम
रूह में बस गए हो मेरे दिलदार हो तुम
ऐसे ही तुम्हें चाहूंगा मैं
तुम्हें दुल्हन भी बनाऊंगा मैं
सहरे बदलते हैं खुश्बू बदलती है
पल पल मेरी साँसों को तुम महकाओगे
मौसम की तरह ...तुमने धोखा दिया तो कुछ भी कर जाऊंगी मैं
तुम जुदा जो हुए तो देखो मर जाऊंगी मैं
मेरी मंज़िल तेरी राहों में है
मेरी जन्नत तेरी बाहों में है
राही बदलते हैं रस्ते बदलते हैं
मैं दौड़ के आऊँगा जो मुझको बुलाओगे
मौसम की तरह ...