बोलो बेइमान की जय ना इज्जत की चिंता - The Indic Lyrics Database

बोलो बेइमान की जय ना इज्जत की चिंता

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - बेईमान | वर्ष - 1972

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को : बोलो बेईमान की जय बेईमान की जय -२
मु : ना इज़्ज़त की चिन्ता न फ़िक़्र किसी अपमान की
जय बोलो बेईमान की जय बोलो -२
को : ना इज़्ज़त की चिन्ता ...
मु : जय बोलो
को : जय बोलो बेईमान कीमु : बेईमान के बिना मात्रे होते अक्षर चार
ब से बदकारी ई से ईर्ष्या म से बने मक्कार
न से नमक-हरामी समझो हो गए पूरे चार
चार ग़ुनाह मिल जाएँ होता बेईमान तैयार
अरे उससे आँख मिलाए क्या हिम्मत है शैतान की
को : जय बोलो बेईमान की ...मु : भोला मुखड़ा उजले कपड़े मन है काला-काला
जिसकी दया से मंदिर चलते है आबाद शिवाला
ख़ुश करता भगवान को देखो घण्टा बजा-बजा कर
नित मंदिर में पूजा करता दीपक जला-जला कर
अन्दर भगवान की जय हो और बाहर बेईमान की
को : जय बोलो बेईमान की ...मु : बेईमानी से ही बनते हैं बंगले बाग़ बग़ीचे
सर से ऊपर पंखे चलते पाँव तले गलीचे
रीत-रिवाज धर्म और मजहब दब जाते हैं नीचे
बेईमान सबसे आगे और दुनिया पीछे-पीछे
मेहनत से बने न कुटिया अरे छोड़ो बात मकान की
को : जय बोलो बेईमान की ...मु : सेठ भी असली पेट भी असली नक़ली माल बनाए
ऊपर असली labelअंदर नक़ली घी और चाय
popleneका बदल के number tereleneबनाए
या बेईमानी तेरा आसरा बोल के लूटता जाए
अरे अपने देश का कपड़ा और लगी है मुहर जापान की
को : जय बोलो बेईमान की ...मु : वृन्दावन के हम सन्यासी काम है चलते रहना
मौक़ा है तक़दीर बना लो हाथ न मलते रहना
हाथ की चूड़ी पाँव की पायल या हो गले का गहना
मार के मन्तर दुगना कर दें माने अगर तू कहना
दो दिन पीछे खोलो लीला देखो भगवान की
जय बोलो भगवान की जय बोलो
जय बोलो भई जय बोलो भगवान की जय बोलोपूरी seatपर जटाजूट संग हैं महाराज पधारे
चिमटा चरस चिलम और चेले साथ-साथ हैं सारे
टिकटें लेकर भी गाड़ी में खड़े शरीफ़ बेचारे
और ये देखो भगवान के चमचे पड़े हैं पाँव पसारे
बिना टिकट यात्रा करते देखो तीर्थ-स्थान की
को : जय बोलो बेईमान की ...