रूथ गे मोरे श्याम सखी रीय - The Indic Lyrics Database

रूथ गे मोरे श्याम सखी रीय

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - महिला आवाज? | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - ज़िद्दी | वर्ष - 1948

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रूठ गये मोरे श्याम सखी री चैन मैं कैसे पाऊँ
प्यार की चुभन अमित लुटेरा
मन मन्दिर में किया अन्धेरा
गोकुल ढूँढूँ मथुरा ढूँढूँ
बोलो मैं कित जाऊँ, कोई बोलो मैं कित जाऊँश्याम मिलें तो
( श्याम मिलें तो बलि बलि जाऊँ
छम छम नाचूँ, मंगल गाऊँ ) -२सोई प्रीत जगाऊँ सखी री
सोई प्रीत जगाऊँ सखी री सोई प्रीत जगाऊँ -२
गोकुल ढूँढूँ, मथुरा ढूँढूँ
बोलो मैं कित जाऊँ कोई बोलो मैं कित जाऊँचुन चुन के मैं आँख में मोती, पिरोती
चुन चुन के मैं आँख में मोती
आशा के मैं हार पिरोती
रूठा मीत मनाऊँ सखी री रूठा मीत मनाऊँक्षमा करो भगवान
क्षमा करो भगवान मेरे तुम मुझको मन की भूल
मैं तो अभागन तेरी दासी मैं चरनों की धूल
लाज बचा लो मेरी प्रभू जी रख लो मेरा मान
रख लो मेरा मान -३