अभी शाम आएगी निकलेंगे तारे - The Indic Lyrics Database

अभी शाम आएगी निकलेंगे तारे

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - समाधि: | वर्ष - 1950

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अभी शाम आयेगी निकलेंगे तारे
मगर तुम ना होगे ) -२
पुकारेंगे रो-रो के तुमको नज़ारे
मगर तुम ना होगेआ
तुम्हारा पता चाँद पूछेगा मुझसे
तो मैं क्या कहूँगी
छुपा लूँगी मुखड़ा झुका लूँगी आँखे
मगर चुप रहूँगी
( तुम्हारी शिक़ायत करेंगे सितारे
मगर तुम ना होगे ) -२
अभी शाम आयेगी निकलेंगे तारे
मगर तुम ना होगेआ
चलेंगी अगर ठंडी ठंडी हवायें
सतायेंगी मुझको
कहीं दूर बंसी की मीठी सदायें
रुलायेंगी मुझको
( मैं ढूँढुन्गी तुमको ओ मेरे सहारे
मगर तुम ना होगे ) -२
अभी शाम आयेगी निकलेंगे तारे
मगर तुम ना होगे