छाया है जो ऐसा लग रह है प्यार हो रह है - The Indic Lyrics Database

छाया है जो ऐसा लग रह है प्यार हो रह है

गीतकार - समीर | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, शान | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - दिल है तुम्हारा | वर्ष - 2002

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छाया है जो दिल पे क्या नशा है
ऐसा लग रहा है प्यार हो रहा है
हो छाया है जो ...बेकरारी में भी कितना मज़ा है
ऐसा लग रहा है ...अपनी पलकों में मुझको छुपाया है
एक चेहरे ने मेरा चैन चुराया है
हर तरफ़ शोख मौसम का साया है
इन हवाओं ने मेरा आँचल उड़ाया है
दिल में जो छुपी है इक दिलरुबा है
ऐसा लग रहा है ...मैं तो दीवानी तेरी होने लगी
अजनबी ख्यालों में खोने लगी
कुछ खबर हुई ना मुझको तेरी कसम
कब और कहाँ ये चाहत हुई सनम
दर्द है चुभन है हवा है
ऐसा लग रहा है ...