छल छल बहती माझी नय्या धुंधे किनारा - The Indic Lyrics Database

छल छल बहती माझी नय्या धुंधे किनारा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - उपहार | वर्ष - 1971

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को : छल-छल बहती जीवन धारा -२माझी नैया ढूँढे किनारा
ओ माझी नैया ढूँढे किनारा
किसी न किसी की खोज में है ये जग सारा
माझी नैया ...
कभी न कभी तो समझोगे तुम ये इशारा
माझी नैया ...ऐसी कोई मौज नहीं जिसको कोई खोज नहीं
कोई न कोई तो हर किसी को लगता है प्यारा
माझी नैया ...जीवन पथ पर चलते हुए इक दिन थक कर चलते हुए
कहीं न कहीं तो थाम लूँगा आँचल तुम्हारा
माझी नैया ...जैसे सीता-राम मिले जैसे राधा-श्याम मिले
कभी न कभी तो मिलन होगा तुमसे हमारा
माझी नैया ...