ज़िंदगी के मोद पर जो कोई रास्ता मिला - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी के मोद पर जो कोई रास्ता मिला

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - बेदाघ | वर्ष - 1965

View in Roman

ज़िन्दगी के मोड़ पर जो कोई रास्ता मिला
तेरी गली से जा मिला -२आज खाते हैं ठोकरें शहर में ज़िन्दगी के हम -२
तुझसे चले थे दूर-दूर ग़म की शराब पी के हम -२
तेरी तरफ़ बहक गए -२
ऐसा हमें नशा मिलातेरा ख़्याल छोड़ के बढ़ गईं और उलझनें
तेरे ही नाम की सदा देती है दिल की धड़कनें -२
अब ये ही सोचते हैं हम रूठ के तुझसे क्या मिला -२तुझसे कोई गरज़ नहीं फिर भी है तेरी आरज़ू
दिल ने तुझे भुला दिया फिर भी है दिल में तू ही तू -२
तुझसे बिछड़ गए तो अब -२
तेरा हमें पता मिला -२
तेरी गली से जा ...