ऐ काश चलते - The Indic Lyrics Database

ऐ काश चलते

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - आशा भोंसले, मन्ना दे | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - मंज़िल | वर्ष - 1960

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ऐ काश चलते मिल के
ये तीन राही दिल के
चाँद और मैं और तू ऊ~ ऊ~

चला चला सा रात का जादू
कोई न हो हर सू उड़ती हो खुशबू
तुम हो हम हों कम से कम हो फ़ासले दिल के
ऐ काश चलते मिल के ...

नज़र पे हो न दिल पे हो क़ाबू
कोई न हो हर सू उड़ती हो खुशबू
चलते चलते जा निकलते पास मंज़िल के
ऐ काश चलते मिल के ...