हमने सनम को खत लिखा, खत में लिखा - The Indic Lyrics Database

हमने सनम को खत लिखा, खत में लिखा

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - शक्ति | वर्ष - 1982

View in Roman

हमें बस ये पता है वो, बहोत ही खूबसूरत है
लिफ़ाफ़े के लिए लेकिन पते की भी जरुरत है
हम ने सनम को ख़त लिखा, ख़त में लिखा
ऐ दिलरुबा, दिल की गली, शहर-ए-वफ़ा
पहुंचे ये ख़त जाने कहाँ, जाने बने क्या दास्ताँ
उस पर रकीबों का ये डर, लग जाए उनके हाथ अगर
कितना बुरा अंजाम हो, दिल मुफ्त में बदनाम हो
ऐसा ना हो, ऐसा ना हो, अपने खुदा से रात दिन
माँगा किये हम ये दुवां
पीपल का ये पत्ता नहीं, कागज़ का ये टुकड़ा नहीं
इस दिल का ये अरमां है, इस में हमारी जान है
ऐसा गजब हो जाए ना, रस्ते में ये खो जाए ना
हमने बड़ी ताकीद की, डाला इसे जब डाक में
ये डाकबाबू से कहा
बरसों जवाब-ए-यार का, देखा किये हम रास्ता
एक दिन वो ख़त वापस मिला और डाकिये ने ये कहा
इस डाकखाने में नहीं, सारे जमाने में नहीं
कोई सनम इस नाम का, कोई गली इस नाम की
कोई शहर इस नाम का