हमीन करेन कोई सूरत उन्हें बुलाने कि - The Indic Lyrics Database

हमीन करेन कोई सूरत उन्हें बुलाने कि

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - एक नज़र | वर्ष - 1972

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हमीं करें कोई सुरत उंहें बुलाने की
सुना है उन को तो आदात है भूल जाने की
हमीं करें कोई सुरत-२
हमीं करें कोई सुरत उंहें बुलाने की
सुना है उन को तो आदात है भूल जाने कीजफ़ा के ज़िक्र पे तुम क्यूँ सम्भल के बैठ गये-२
तुम्हारी बात नहीं
तुम्हारी बात नहीं बात है ज़माने की
हमीं करें कोई सुरत उंहें बुलाने की
सुना है उन को तो आदात है भूल जाने कीजो हम सतायें तो कत्रा के इस तरह से न जा
निगाह-ए-नाज़ ये बातें
निगाह-ए-नाज़ ये बातें हैं दिल दुखाने की
हमीं करें कोई सुरत उंहें बुलाने की
सुना है उन को तो आदात है भूल जाने की