ओ पदोसन की लद्दाकियो - The Indic Lyrics Database

ओ पदोसन की लद्दाकियो

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - सहगान, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - हीरालाल पन्नालाल | वर्ष - 1978

View in Roman

ओ पड़ोसन की लड़की
तुझे देख तबीयत भड़की
अरे ओ पड़ोसन की लड़की
तुझे देख तबीयत भड़की
ना बंद कर खिड़की नज़ारा लेने दे
इक बार तो जलवों का सहारा लेने देबनके पवन का झोंका
मैं ज़ुल्फ़ें तेरी बिखरा दूँ
गोरे रंग के इन होंठों पे
प्यार की मोहर लगा दूँ
सुन बात अपने
ए ए हे हे हे हे
सुन बात अपने दिलबर की
क्या आदत है दिल तड़पाने कीओ पड़ोसन की लड़की
तुझे देख तबीयत भड़की
ना बंद कर खिड़की नज़ारा लेने दे
इक बार तो जलवों का सहारा लेने देसुन ले मेरी बात हसीना
ना कर तू मनमानी
दोनों क़िस्मत से मिलते हैं
दिलबर हुस्न जवानी
दिलदार तेरा
ए ए हे हे हे हे
दिलदार तेरा आया है
जळी है तुझको ले जाने कीओ पड़ोसन की लड़की
तुझे देख तबीयत भड़की
ना बंद कर खिड़की नज़ारा लेने दे
इक बार तो जलवों का सहारा लेने दे