मोतीयों की लडी हुं मैं - The Indic Lyrics Database

मोतीयों की लडी हुं मैं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आशा भोंसले | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - आवारा | वर्ष - 1973

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मोतियों की लड़ी हूँ मैं
फुलवा की छड़ी हूँ मैं
रे सुन्दर बड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए अँखियाँ बिछाए
कब से खड़ी हूँ मैं -२
मोतियों की लड़ी ...बेचैन हूँ कितनी देर से
बैठा है तू निगाहें क्यों फेर के
ज़रा सा तो मुझे देख छेड़ के -२
मैं भड़क गई तो फिर आग ना बुझेगी
इक फुलझड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए ...मैं कौन हूँ तेरी प्यास हूँ
हुस्न की मैं अदा एक ख़ास हूँ
आज क़िस्मत से मैं तेरे पास हूँ -२
मैं निकल गई तो फिर हाथ नहीं आऊँगी
ऐसी घड़ी हूँ मैं
दुनिया भुलाए ...