धक्का लगा भुक्का खायेगा रे मुक्का - The Indic Lyrics Database

धक्का लगा भुक्का खायेगा रे मुक्का

गीतकार - महबूब | गायक - ए आर रहमान, महबूब, कार्तिक | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - युवा | वर्ष - 2004

View in Roman

ओ युवा, युवा -२
ओ( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२
हट जाओ, हट जाओ रे -३
हट -७
( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२( बन जा रे, बन जा, मशाल-ए-राह
ओ युवा, युवा
ओ युवा ) -२
( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२
हट जाओ, हट जाओ हट जाओ रे -३
हट -७
ओ युवा, युवा
युवाहम अलबेले, बड़े मनचले
धुन जो लगी, तो चले हम चले
चाहे फिर कोई
यूँ ही किसी दुनिया के कामों में हाथ मिलाये ना
संग जाये ना
कि दम में जो दम है
तो अपना ही दम है, क़सम से
किसी पे भरोसा हम करते नहीं
किसी के लिये हम रुकते नहीं
किसी को तो हम कभी छेड़ें नहीं
कोई हमें छेड़े तो छोड़ते नहीं
हो
आ जा -५
आ जा( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२भनक नई है, अंग नये हैं
डगर नई है, राही नये हैं
और जो हैं कल के
वो आते-जाते, यहाँ-वहाँ बीच में ऐसे ही
आयें न, राह कटें ना
हमसे मिली ना जो बातें तो मुँह बंद रखो ना
क्षमा करना लगे बात बुरी
बोली बुरी तो है बात खरी
गाड़ी अपनी दे के झंडी हरी
रोके कोई तो छोड़े पटरी
ओ युवा -५( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२हट जाओ, हट जाओ रे -३
हट -७
( धक्का लगा भुक्का
खायेगा रे मुक्का ) -२( बन जा रे, बन जा, मशाल-ए-राह
ओ युवा, युवा
ओ युवा ) -४