गंगा की रेती पे - The Indic Lyrics Database

गंगा की रेती पे

गीतकार - शकील | गायक - सुधा मल्होत्रा | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - मिर्जा गालिब | वर्ष - 1954

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हो ओ
गंगा की रेती पे
गंगा की रेती पे बंगला छवाय दे
सैंया तेरी
( सैंया तेरी ख़ैर होगी
बलमा तेरी ख़ैर हो )-2

खिरकी की ओर कोई
खिरकी की ओर कोई बगिया लगाय दे
( फूलों की सैर होगी
बलमा तेरी ख़ैर हो )-2



नैनों से नैन मिले
बातें हो प्यार की
बातें हो प्यार की

नैनों से नैन मिले
बातें हो प्यार की
ओय
बातें हो प्यार की

पायल के साथ बजे बंसी बहार की-2
इक तुम हो इक मैं
इक तुम हो इक मैं कोई न और हो
सैंया तेरी
( सैंया तेरी ख़ैर होगी
बलमा तेरी ख़ैर हो )-2

गंगा की रेती पे
गंगा की रेती पे बंगला छवाय दे
( सैंया तेरी ख़ैर होगी
बलमा तेरी ख़ैर हो )-2$