मेरा दिल बहारों का - The Indic Lyrics Database

मेरा दिल बहारों का

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - चित्रगुप्त श्रीवास्तव | फ़िल्म - आधी रात के बाद | वर्ष - 1965

Song link

View in Roman

मेरा दिल बहरो का वो फूल है
मेरा दिल बहरो का वो फूल है
जिसे गुलसिता की नजर लग गयी
किसी ने जलाया नहीं ये चमन
इसे बागबा की नजर लग गयी

ये सच है के तुमने मुझे गम दिया
तुम्हे फिर भी मैंने ना रुसवा किया
ये सच है के तुमने मुझे गम दिया
तुम्हे फिर भी मैंने ना रुसवा किया
किसी ने जो पूछा तो ये कह दिया
मुझे आस्मा की नजर लग गयी
मेरा दिल बहरो का वो फूल है
जिसे गुलसिता की नजर लग गयी

मुझे इस ज़माने ने लूटा नहीं
ये दिल बदनसीबी से टुटा नहीं
मुझे इस ज़माने ने लूटा नहीं
ये दिल बदनसीबी से टुटा नहीं
सितमगर कोई मुझे ृथा नहीं
किसी मेहरबा की नजर लग गयी
मेरा दिल बहरो का वो फूल है
जिसे गुलसिता की नजर लग गयी

नजर मुस्कुराई थी जिसके लिए
उसी ने निगाहो को ासु दिए
नजर मुस्कुराई थी जिसके लिए
उसी ने निगाहो को ासु दिए
जहाँ दिल दीवाने ने सजदे किये
वही ास्ता की नजर लग गयी
मेरा दिल बहरो का वो फूल है
जिसे गुलसिता की नजर लग गयी.