बड़ी रंगीन है - The Indic Lyrics Database

बड़ी रंगीन है

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - चित्रगुप्त श्रीवास्तव | फ़िल्म - आधी रात के बाद | वर्ष - 1965

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बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
नज़र भर देख लो
जन्नत है इसी का नाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम

रंगीले ृष्टो पे
कुछ ऐसे ही नज़ारे
उतर आये है जैसे
ज़मीं पे चाँद टारे
रंगीले ृष्टो पे
कुछ ऐसे ही नज़ारे
उतर आये है जैसे
ज़मीं पे चाँद टारे
जिधर जाते नज़र फायर
वही पे समझा दिल
को मिला गया आराम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम

है डूबा मस्तियो में
यहाँ सारा जमाना
कही पे तू भी खो जा
कहे मौसम सुहाना
है डूबा मस्तियो में
यहाँ सारा जमाना
कही पे तू भी खो जा
कहे मौसम सुहाना
इधर देखो जरा हक़ से
के देती है तुमको
नज़र प्यार का पैगाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम

न जाने इस हवा में
नशा कैसा भरा है
के जो एक बार आया
यहीं का हो गया है
न जाने इस हवा में
नशा कैसा भरा है
के जो एक बार आया
यहीं का हो गया है
मचलने दो जो दिल मचले
के देखा जायेगा
जो हो प्यार का अंजाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम
नज़र भर देख लो
जन्नत है इसी का नाम
बड़ी रंगीन है
रंगों की ये शाम.