हुस्न इश्क की ये कहानी जवानी जिंदाबादी - The Indic Lyrics Database

हुस्न इश्क की ये कहानी जवानी जिंदाबादी

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - उदित नारायण, अनुराधा पौडवाल | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - जवानी जिंदाबाद | वर्ष - 1990

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हुस्न इश्क़ की ये कहानी हर दिल की जानी पहचानी
मिला जहां पर आग और पानी दुनिया कहती उसे जवानी
कहीं शीरी कहीं फ़रहाद कहीं सेती कहीं मुराद
हर दिल को करे आबाद
जवानी ज़िंदाबाद जवानी ज़िंदाबादहर ग़म से आज़ाद
जवानी ज़िंदाबाद ...जिसपे जवानी जब जब आई कानों में बाजी शहनाई
साल सोलहवां जिस दिन लागे तन पीछे मन आगे भागे
बिना बात के खोई खोई आधी जागी आधी सोई
होंठ गुलाबी जब जब खोले हँस हँस के कोई बात भी बोले
हर बात पे मिलती दाद
जवानी ज़िंदाबाद ...ये चंचल मदमस्त जवानी जैसे चढ़ती नदी का पानी
जहां भी उठ गईं गोरी बाहें रुक गए रस्ते थम गईं राहें
लेकिन जब ये आँख मिलाए दिल के टुकड़े करती जाए
जहाँ भी छनके इसकी पायल तीन मरे और तेरह घायल
हुए आशिक़ कई बर्बाद
जवानी ज़िंदाबाद ...