तेरे ग़म को छुपाना है - The Indic Lyrics Database

तेरे ग़म को छुपाना है

गीतकार - वहीद कुरैशी | गायक - आशा भोसले | संगीत - मोहम्मद शफ़ी नियाज़ी | फ़िल्म - आबशार | वर्ष - 1953

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तेरे ग़म को छुपाना है
ज़माने की निगाहों से
हसी का काम लेना है
सुलगते दिल की ाहो से
मेरे दिल पे छाई है
हाय गम की घटाये
मेरे दिल पे छाई है
हाय गम की घटाये
सितारों से कह दो न वो मुस्कुराये
मेरे दिल पे छाई है
हाय गम की घटाये

जुबा पर तेरा नाम आने न दूँगी
मोहब्बत पे इलज़ाम आने न दूँगी
भुलादूंगी मैं तेरी साडी जफाये
मेरे दिल पे छाई है
है ग़म की घटाये
मेरे दिल को बर्बाद करने वाले
कलेजे जो जख्मो से भर देने वाले
मेरे दिल पे छाई है
हाय गम की घटाये.