ज़िंदगी हाथ मिला दो क़दम और सही - The Indic Lyrics Database

ज़िंदगी हाथ मिला दो क़दम और सही

गीतकार - राहत इंदौरी | गायक - सोनू निगम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - मीनाक्षी - 3 शहरों की कहानी | वर्ष - 2003

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ज़िंदगी हाथ मिलासाथ चल साथ में आउम्र भर साथ रहीहे हे-हे
दो क़दम और सही -४कोई सूरज की डगरकोई सोने का नगरचाँद के रथ पे चलेजहाँ ठहरे ये नज़रधूप दरियाओं में हैफिर सफ़र पाँवों में हैदिल का आवारा दियादूसरे गाँवों में हैआओ चलें हम वहींदो क़दम और सही -४ख़ाब ढलते हैं जहाँदिल पिघलते हैं जहाँआओ चलते हैं वहींवो ज़मीं दूर नहींदोस्ती होगी वहाँरोशनी होगी वहाँउस उजाले के लियेजल चुके लाखों दियेएक हम और सहीदो क़दम और सही -४किस की आवाज़ है सुनये नया साज़ है सुनकौन देता है सदाचल के देखें तो ज़राराह वीरान सहीरात सुनसान सहीहर घड़ी साथ रहेकितने ग़म साथ सहेथोड़े ग़म और सहीदो क़दम और सही -४