बावरा मन देखने चला एक सपना - The Indic Lyrics Database

बावरा मन देखने चला एक सपना

गीतकार - स्वानंद किरकिरे | गायक - स्वानंद किरकिरे | संगीत - शांतनु मोइत्रा | फ़िल्म - हजारों ख्वाहिशें ऐसी | वर्ष - 2003

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बावरा मन देखने चला एक सपना
बावरे से मन की देखो बावरी हैं बातें
बावरी सी धड़कने हैं, बावरी हैं साँसें
बावरी सी करवटों से निंदिया दूर भागे
बावरे से नैन चाहे, बावरे झरोकों से
बावरे नजारों को तकना
बावरा मन देखने चला एक सपना

बावरे से इस जहां मैं बावरा एक साथ हो
इस सयानी भीड़ मैं बस हाथों में तेरा हाथ हो
बावरी सी धुन हो कोई, बावरा एक राग हो
बावरे से पैर चाहें, बावरें तरानों के
बावरे से बोल पे थिरकना
बावरा मन देखने चला एक सपना
बावरा सा हो अंधेरा, बावरी खामोशियाँ
थरथराती लौ हो मद्धम, बावरी मदहोशियाँ
बावरा एक घुंघटा चाहे, हौले हौले बिन बताये
बावरे से मुखड़े से सरकना
बावरा मन देखने चला एक सपना