परियों का मेला है मौसम मस्तान: - The Indic Lyrics Database

परियों का मेला है मौसम मस्तान:

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - आर डी बर्मन, सहगान | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - सत्ते पे सत्ता | वर्ष - 1981

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हे याह

ल ल ल ल ल

हे
( परियों का मेला है
हर दिल अकेला है ) -२
( मिल जाओ मिलने के दिन हैं
खिल जाओ खिलने के दिन हैं ) -२को: ( मिल जाओ मिलने के दिन हैं
खिल जाओ खिलने के दिन हैं ) -२ल ल ल ल ल
मौसम मस्ताना
रस्ता अंजाना
जाने कब किस मोड़ पे बन जाये कोई अफ़सानातु री तु रीए
( परियों का मेला है
हर दिल अकेला है ) -२
( मिल जाओ मिलने के दिन हैं
खिल जाओ खिलने के दिन हैं ) -२को: ( मिल जाओ मिलने के दिन हैं
खिल जाओ खिलने के दिन हैं ) -२चेक कुली की मेन कुली, मेन कुली की चेम
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