भंवरा मधुबन में मत जा - The Indic Lyrics Database

भंवरा मधुबन में मत जा

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - सुरेंद्र नाथ | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - भरथरी | वर्ष - 1944

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ए भँवरा
मधुबन में मत जा रे भँवरा
मधुबन में मत जा
अभी कमल की कली खिली ना -२
तू क्यूँ गूँज रहा रे भँवरा -२
मधुबन में मत जा रे भँवरा
मधुबन में मत जारूप-रंग का लोभी-रसिया -२
सब के गुन मत गा ओ रसिये
सब के गुन मत गा
नेह लगा ले एक कली से -२
कली-कली मत जा रे भँवरे -२
मधुबन में मत जा रे भँवरा
मधुबन में मत जाकिस कारन तू पड़ गया काला -२
इतनी बात बता ओ रसिया
इतनी बात बता
उड़ना सीखा नहीं कली ने -२
मन में धीरज ला रे भँवरा -२
मधुबन में मत जा रे भँवरा
मधुबन में मत जा