संभल तो ले दिल दीवाना जरा थाहर जाना - The Indic Lyrics Database

संभल तो ले दिल दीवाना जरा थाहर जाना

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - फूल बने अंगारे | वर्ष - 1963

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ठहर जाना
सम्भल तो ले दिल दिवाना ज़रा ठहर जाना -२
अभी न सामने आना ज़रा ठहर जाना
सम्भल तो लेमैं गुज़री उम्र को वापस ज़रा पुकार तो लूँ
मैं अपने आप को थोड़ा बहुत सँवार तो लूँ
लिबास ग़म का निगाहों से मैं उतार तो लूँ
समाँ तो हो ले सुहाना ज़रा ठहर जाना
अभी न सामने आना ज़रा ठहर जाना
सम्भल तो लेख़ुशी भी इतनी अचानक मैं सह न पाऊँगी
मैं अपने आप में बस आज रह न पाऊँगी
जो तुम से कहना है मुझको वो कह न पाऊँगी
मैं याद कर लूँ फ़साना ज़रा ठहर जाना
अभी न सामने आना ज़रा ठहर जाना
सम्भल तो ले दिल दिवाना ज़रा ठहर जाना
सम्भल तो ले