दीवाना हुं राहत से मैं बेगाना हुं - The Indic Lyrics Database

दीवाना हुं राहत से मैं बेगाना हुं

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - के एल सहगल | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - जिंदगी | वर्ष - 1940

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ऐ~ दीवाना हूँ, दीवाना हूँ
राहत से मैं बेगाना हूँ (२)
दीवाना हूँ, दीवाना हूँ
राहत से मैं बेगाना हूँ (२)दिल को कैसे बहलाऊँ मैं हाँ!
यह ज़ख्म किसे दिखलाऊँ मैं
दिल को कैसे बहलाऊँ मैँ
यह ज़ख्म किसे दिखलाऊँ मैँ
आँसू सुन-सुन कर हँसते हैं
क्या दर्द भरा अफ़साना हूँ (२)आई न बहार, खिज़ा ही सही (२)
उजड़े दिल में अरमां ही सही (२)
हैरां हूँ की आखिर क्या हूँ मैं (२)
आबाद हूँ या वीराना हूँ (२)घायल हूँ तुमसे दूर हूँ मैं (२)
पर फूँक चुका मजबूर हूँ मैं (२)
ऐ शमा बलायें ले आकर (२)
आखिर मैं भी परवाना हूँ (३)