जोश ए जवानी हाय रे हाय: - The Indic Lyrics Database

जोश ए जवानी हाय रे हाय:

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - दुनिया भर में | वर्ष - 1967

View in Roman

जोश-ए--जवानी हाय रे हाय
निकले जिधर से धूम मचाये
दुनिया का मेला, मैं हूँ अकेला
कितना अकेला हूँ मैं
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय ...शाम का रंगीं शोख़ नज़ारा
और बेचारा ये दिल
ढूँध के हारा, कोई सहारा
पर न मिली मंज़िल
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय ...कोई तो हमसे दो बात करता
कोई तो कहता हलो
घर न बुलाता पर ये तो कहता
कुछ दूर तक संग चलो
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय ...बेकार गुज़रे हम इस तरफ़ से
बेकार था ये सफ़र
अब दर-ब-दर की खाते हैं ठोकर
राजा जो थे अपने घर
जोश-ए-जवानी हाय रे हाय ...