मैं कुद हुं चंद्रमुखी अकेली हुं मैं पिया आ - The Indic Lyrics Database

मैं कुद हुं चंद्रमुखी अकेली हुं मैं पिया आ

गीतकार - प्रदीप | गायक - आशा भोंसले | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - संबंध | वर्ष - 1969

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मैं ख़ुद हूँ चन्द्रमुखी चमक से डरती हूँ
अपने मुखड़े की अनोखी दमक से डरती हूँ
ये सोलहवाँ जो लगा साल इसने मार दिया
अब तो पायल की ज़रा सी छमक से डरती हूँआ अकेली हूँ मैं पिया आ
( रूप-नगर की कुँवरी तरसे ) -२ राजा प्रीत निभा
अकेली हूँ मैं ...रूप की धूप में मैं जलूँ सैयाँ
कर दे प्यार की शीतल छैयाँ
अब मत और जला
अकेली हूँ मैं ...जब-जब देखूँ मैं दर्पण में
आग सी लगती नाज़ुक तन में
का करूँ तू ही बता
अकेली हूँ मैं ...