गीतकार - इन्दीवर | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - सरस्वतीचंद्र | वर्ष - 1968
View in Romanहमने अपना सब कुछ खोया, प्यार तेरा पाने को
छोड़ दिया क्यो प्यार ने तेरे, दर दर भटकाने को
वो आँसू जो बह नहीं पाए
वो बातें जो कह नहीं पाए
दिल में छुपाये फिरते हैं हम घूटकर मर जाने को
उस की रहे तू जिस की हो ली
तुझ को मुबारक प्यार की डोली
बैठ गये हम ग़म की चिता पर, ज़िंदा जल जाने को