ओ रात को मुसाफिर, चंदा जरा बता दे - The Indic Lyrics Database

ओ रात को मुसाफिर, चंदा जरा बता दे

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता - रफी | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - मिस मैरी | वर्ष - 1957

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ओ रात के मुसाफिर चंदा ज़रा बता दे
मेरा कसूर क्या है तू फ़ैसला सुना दे
है भूल कोई दिल की आँखों की या खता है
कुछ भी नहीं तो मुझ से फिर क्यो कोई खफा है
मंजूर है वो मुझको जो कुछ भी तू सज़ा दे
दिल पे किसी को अपने काबू नहीं रहा है
ये राज़ मेरे दिल से आँखों ने ही कहा है
आँखों ने जो है देखा, दिल किस तरह भूला दे
ओ चाँद आसमान के दमभर ज़मीन पे आ जा
भूला हुआ है राही, तू रास्ता दिखा जा
भटकी हुई है नैय्या, साहिल इसे दिखा दे