लोहे दा लिवर - The Indic Lyrics Database

लोहे दा लिवर

गीतकार - राकेश कुमार | गायक - मीट ब्रोस अंज्जान, मीका सिंग | संगीत - मीत ब्रदर्स अंजान | फ़िल्म - आ गया हीरो | वर्ष - 2017

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ो पापे दारु
ो साणु चढ़ गयी ोये
गले से जा के
माइंड में अड़ गयी ोये

हाँ कभी खुद के पैसों से
कभी मांग के उद्धार
हाय हमसे टन फेड उप हैं
घर वाले भी यार

हाँ कभी खुद के पैसों से
कभी मांग के उद्धार
हाय हमसे टन फेड उप हैं
घर वाले भी यार

सुबह भी पीते शाम भी पीते
बोतल सड़े दम ते जिन्दे
चोवी घन्टे चदया रेह्न्दा
दारू डा फीवर

ो सदा ो सदा
ो सदा लोहे डा लिवर
ो सदा लोहे डा लिवर
ो सदा लोहे डा लिवर
ओ नोबडी बेलिएवेर
ो सदा लोहे डा लिवर

ो पापे दारु
ो साणु चढ़ गयी ोये
गले से जा के
माइंड में अड़ गयी ोये

हो सब कुछ है अपने अंडर
हम दुनिया के बॉस हैं
अपनी ही साइड निकले
जब भी करते टॉस हैं

हो सब कुछ है अपने अंडर
हम दुनिया के बॉस हैं
अपनी ही साइड निकले
जब भी करते टॉस हैं

बन्दे हम हॉट
लेकिन कूल ऐटिटूड है
आफ्टर थे ९’ओ क्लॉक
रोज़ बनता मूड है

पंजा लड़ाना है लड़वालो
जिससे भिड़ना है भिड़वालो
हट्टे न अरे लोसर भी
बन जाता है एचीवर

ो सदा ो सदा
ो सदा लोहे डा लिवर
ो सदा लोहे डा लिवर
ो सदा लोहे डा लिवर
ओ नोबडी बेलिएवेर
ो सदा लोहे डा लिवर

ो सदा लोहे डा लिवर..